ईस्टर ( Easter) ईसाइयों का सबसे बड़ा पर्व है यह वसंत ऋतु में पड़ता है महाप्रभु ईसा मसीह मृत्यु (गुड फ्राईडेे - Good Friday) के तीन दिनों बाद इसी दिन फिर जी उठे थे, जिससे लोग हर्षोल्लास से झूम उठे इसी की स्मृति में यह पर्व संपूर्ण ईसाई-जगत् में प्रतिवर्ष बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है यह पर्व हमेशा एक ही तारीख को नहीं पड़ता 21 मार्च के बाद जब पहली बार चाँद पूरा होता है, उसके बाद के पहले रविवार को हैप्पी ईस्टर (happy easter) का त्योहार होता है
ईस्टर संडे के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य - facts about Easter Sunday in Hindi
- ईस्टर रविवार के पहले सभी गिरजाघरों में रात्रि जागरण तथा अन्य धार्मिक परंपराएं पूरी की जाती है
- ईस्टर को चर्च के वर्ष का काल या ईस्टर काल या द ईस्टर सीज़न भी कहा जाता है
- ईस्टर की आराधना उषाकाल में महिलाओं द्वारा की जाती है क्योंकि इसी वक्त यीशु का पुनरुत्थान हुआ था उन्हें सबसे पहले मरियम मगदलीनी नामक महिला ने देख अन्य महिलाओं को इस बारे में बताया था
- ग्रेगोरियन कैलेंडर के प्रयोग के अनुसार, ईस्टर संयुक्त रूप से हमेशा 22 मार्च और 25 अप्रैल के बीच रविवार को पड़ता है
- अगले दिन, ईस्टर मंडे, को मुख्यतः ईसाई परंपराओं वाले कई देशों में कानूनी तौर पर छुट्टी होती है
- ईसाई धर्म में गुड फ्रायडे से तीसरा दिन रविवार अधिक महत्व रखता है
- ईसाई धर्म के अनुयायी ऐसा मानते हैं कि पुन: जीवित होने के बाद चालीस दिन तक प्रभु यीशु शिष्यों और मित्रों के साथ रहे और अंत में स्वर्ग चले गए
- ईस्टर के महीने में यूरोप के ज्यादातर बाजार बाज़ार रंग बिरंगे ईस्टर अंडों से सजे रहते हैं
- ईस्टर के एक दिन पहले घर के बडे़ शनिवार रात को रंग बिरंगे और सुंदरता से सजाए हुए अंडो को घरों के कोनों या बाहर बगीचे में छिपा देते हैं और फिर रविवार की सुबह बच्चे इन अंडों को ढूँढ़ते हैं
- स्कॉटलैंड (Scotland) और पूर्वी इंग्लैंड में टीलों पर से अंडे लुढ़काने का रिवाज है
आपके द्वारा दी गई ईस्टर की जानकारी बेहद महत्वपूर्ण हैं, कृपया ऐसे ही मार्ग दर्शन करते रहें।
ReplyDeleteHarishMishra (AllinHindi.com)