अप्रैल फूल डे (April Fool's Day) यानि 'मूर्ख दिवस' को दुनियाभर में मौज-मस्ती और हंसी-मजाक के साथ एक-दूसरे को मूर्ख बनाते हुए मनाया जाता है क्या आप जानते हैं इस दिन को मनाने का कारण क्या है, अौर दुनियाभर में ये कैसे मनाया जाता है जानते हैं अप्रैल फूल डे से जुड़ी ये रोचक बातें -
अप्रैल फूल डे से जुडे रोचक तथ्य और घटनायें -Interesting facts and events related to April Fool's Day in Hindi
- लंदन (London) में कई लोगों को 'वॉशिंग द लायंस' यानी शेर की धुलाई देखने के लिए 1 अप्रैल 1698 को धोखे से टावर ऑफ लंदन (Tower of London) ले जाया गया था जवकि वहॉ ऐसा कोई भी आयोजन नहीं था और लोगों को बेबकूफ बनाया गया
- यूरोप देशों में पुराने समय में 1 अप्रैल के दिन हर मालिक नौकर की भूमिका अदा करता और नौकर मालिक का बनकर हुकुम चलाता था। नौकर बने मालिक को उसका हर आदेश का पूरा करना पड़ता था
- फ्रांस (France) के नारमेडी मे 1 अप्रैल को एक अनोखा जुलूस निकलता था, जिसमें एक घोड़ा गाड़ी में सबसे मोटे आदमी को बैठाकर सारे शहर में घुमाया जाता ताकि उसे देखते ही लोग खिल खिलाकर हंस पड़े और फिर नाचते गाने लगे
- डेनमार्क (Denmark) में 1 मई को 'माज-काट' के रूप में जाना जाता है जिसका मतलब 'मे-कैट' होता है और ऐतिहासिक रूप से अप्रैल फूल्स डे के समान होता है हालांकि, डेनमार्क वासी अप्रैल फूल्स डे भी मनाते हैं
- मूर्ख दिवस के संदर्भ में पहला संबंध चॉसर के कैंटरबरी टेल्स (1392) में पाया जाता है। ब्रिटिश लेखक चॉसर की किताब ‘द कैंटरबरी टेल्स‘ में कैंटरबरी नाम के एक कस्बे का जिक्र है इसमें इंग्लैंड के राजा रिचर्ड द्वितीय और बोहेमिया की रानी एनी की सगाई की तारीख 32 मार्च, 1381 को होने की घोषणा होती है जिसे कस्बे के लोग सही मानकर मूर्ख बन जाते हैं तभी से एक अप्रैल को मूर्ख दिवस मनाया जाता है
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