महमूूद गजनवी (Mahmud Ghazni) गजनी के शासक का पुत्र था उसने भारत पर 17 बार आक्रमण किया और भारत से बहुत सारा धन इकठ्ठा कर गजनी ले गया आइये जानते हैं गहमूद गजनवी के बारे में और अधिक जानकारी -
important information about Mahmud Ghazni in HIndi - महमूद गजनवी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी
- गजनी साम्राज्य की स्थापना अलप्तगीन नामक तुर्क सरदार ने की थी
- सुबुक्तगीन अलप्तगीन का गुलाम और दामाद था
- सुबुक्तगीन गजनी की राजगद्दी पर 997 ई. को बैठा था
- सुबुक्तगीन का उत्तराधिकारी महमूद गजनवी हुआ
- सुबुक्तगीन के शासन काल में गजनवी खुरासन का शासक था
- महमूद गजनवी गजनी की राजगद्दी पर 998 ई में बैठा था
- महमूद गजनवी का जन्म नवम्बर 971 ई० मे हुआ था
- इसके पिता का नाम सुबुक्तगीन था
- महमूद गजनवी के पिता गजनी के शासक थे
- अपने पिता केे काल मेंं महमूद गजनवी खुुरासान का शासक था
- महमूद गजनवी ने सीस्तान के राजा खलफ बिन अहमद को पराजित कर सुल्तान की उपाधि धारण की थी
- सुल्तान की उपाधि हासिल करने वाला महमूद गजनवी पहला तुर्क शासक था
- महमूद गजनवी ने 1001 ई० से 1027 ई के बीच सत्रह बार भारत पर आक्रमण किया था
- महमूद गजनवी ने भारत के आक्रमण केे समय जेहाद का नारा दिया था और अपना नाम बुतशिकन रखा था
- महमूद गजनवी का मुकाबला हिन्दूशाही शासक जयपाल से पहली बार 1001 ई० हुआ था
- इस युद्ध में राजा जयपाल की हार हुई थी
- राजा जयपाल ने इस युद्ध के बाद आत्महत्या कर ली थी
- किताबुल हिन्द, का लेखक अलबरूनी इतिहासकार उतबी और वैहाकी महमूद गजनवी के साथ भारत आये थे
- अलबरूनी तथा फिरदौसी महमूद गजनवी के दरबारी कवि थे
- तारीख-ए-यामिनी नामक पुस्तक का लेखक उतबी था
- महमूद गजनवी सबसे विशाल सेना लेकर गजनी से 1024 ई० को चला था
- महमूद गजनवी 1025 ई० को सोमनाथ के मंदिर पर आक्रमण किया था
- महमूद गजनवी का भारत पर अन्तिम आक्रमण 1027 ई० में सिन्ध के जाटोंं पर हुआ था
- महमूद गजनवी के भारत पर आक्रमण करने का मुख्य उद्देश्य धन प्राप्त करना था
- महमूद गजनवी की मृत्यु 1030 ई० में हुई थी
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