सिख धर्म (Sikh dharm) एक एकेश्वरवादी धर्म है इस धर्म के अनुयायी को सिख कहा जाता है इस धर्म में दस गुरू हुए इनके बाद इस धर्म ने गुरू ग्रंथ साहिब को ही अपना गुरू माना आइये जानते हैं सिख धर्म और उसकेे बारेे में और अधिक जानकारी -
important facts to know about Sikhism - सिख धर्म के बारे में पता करने के महत्वपूर्ण तथ्य
- सिख धर्म के प्रर्वतक गुरूनानक थे
- गुरूनानक का जन्म 1469 ई ० में रावी के तट पर स्थित तलवंडी (ननकाना साहिव) में हुआ था
- गुरूनानक के उपदेश गरूग्रंथ साहिब नामक में संकलित हैंं
- गुरूनानक ने गुरू का लंगर नामक निशुल्क सह भागी भोजनालय स्थापित किया
- गुरूनानक ने अपने अनुयायियाें के लिए एक संस्था संगत और पंगत बनाई जहॉ ये प्रतिदिन उनसे मिलतेे थे
- गुरू अंगद सिख धर्म के दूसरे गुरू थे इनका प्रारम्भिक नाम लहना था
- इन्होने नानक द्धारा शुरू की गई लंगर व्यवस्था को स्थाई बना दिया था
- गुरू मुखी लिपि का आरम्भ गुरू अंगद ने किया
- सिख धर्म के तीसरे गुरू अमरदास हुए
- बीबी भानी के पति रामदास सिख धर्म के चौथे गुरू हुुए
- गुरू रामदास ने अकबर द्धारा दान में मिली भूमि पर अमृतसर नामक जलाशय खुदवाया
- गुरू रामदास ने रामदास (अमृतसर) शहर को बसाया था
- गुरू रामदास ने अपने तीसरे पुत्र अर्जुन को गुरू पद सौपा था
- इन्होने गुरू पद को पैतृृक बनाया था
- गरू अर्जुन देव सिख धर्म के पॉचवे गुरू हुऐ थे
- गुरू अर्जुन देव ने र्स्वण मंदिर (Golden Temple) का निर्माण कराया था
- इन्होने सिख धर्म के धार्मिक ग्रंथ आदि ग्रंथ की रचना की थी
- राजकुमार खुसरो की सहायता करने के कारण्ा जॉहगीर ने 1606 ई० में गुरू अर्जुन देव को मरवा दिया था
- सिख धर्म के छटवें गुरू हरगोबिन्द हुए
- इन्होने सिखों को सैैन्य संगठन का रूप दिया था
- यह दो तलवार बॉध कर गद्दी पर बैठते थे
- इन्होनेे अमृतसर की किले बंदी की थी
- सिख धर्म के सातवें गुुरू हरराय हुए
- सिख धर्म के आठवें गुरू हरकिशन हुऐ
- इनकी मृत्यु चेचक से हुई थी
- इन्हें दिल्ली जाकर गुरू पद के बारे में औरंगजेब (Aurangzeb) को समझाना पडा था
- सिख धर्म के नावें गुरू तेग बहादुर हुऐ
- गुरु तेगबहादुर इस्लाम स्वीकार न करने की वजह से मुग़ल बादशाह औरंगजेब ने इन्हे शीशगंज गुरूद्वारा ने निकट मरावा दिया था
- सिख धर्म के दसवें गुरू गुरू गोबिन्द सिंह हुऐ
- इनका जन्म पटना में हुआ था
- गुरू गोबिन्द सिंह ने अपने को सच्चा बादशाह कहा था
- इन्होने सिखों के लिए पॉच कंकार अनिर्वाय कियेे- केश, कंघा, कृपाण, कच्छा और कड़ा रखने की अनुमती दी
- इन्होनेे सभी लोगों को अपने नाम के अन्त में सिंह शब्द जोडने के लिए कहा
- इनके दो पुुत्र फतह सिंह एवं जोरावर सिंह को सरहिन्द के मुगल फौजदार बजीर खाॅॅ ने दीवार में चिनवा दिया था
- 1699 ई० में बैशाखी के दिन गुरू गोबिन्द सिंह ने खालसा पंंत की स्थापना की थी
- गुरू गोबिन्द सिंह की हत्या 1708 ई० में नादेड नामक स्थान पर गुलखॉ नामक पठान ने कर दी थी
- सिख धर्म में कुल दस गरू हुऐ जो इस प्रकार हैं -
- गरू नानक (Guru Nanak)
- गुुरू अंगद (Guru Angad)
- गुरु अमरनाथ (Guru Amar)
- गुरु रामदास (Guru Ramdas)
- गुरु अर्जुन (Guru Arjun)
- गुरु हरगोविंद (Guru Hargobind)
- गुरु हर राय (Guru Har Rai)
- गुरु हरिकिशन (Guru Teg Bahadur)
- गुरु तेग बहादुर (Master Harikishan)
- गुरू गोविन्द सिंह (Guru Gobind Singh)
Sikhism Facts - Interesting Facts about Sikhism Religion, 38 Things You Should Know About Sikhs,
Post a Comment
Post a Comment
यह बेवसाइट आपकी सुविधा के लिये बनाई गयी है, हम इसके बारे में आपसे उचित राय की अपेक्षा रखते हैं, कमेंट करते समय किसी भ्ाी प्रकार की अभ्रद्र भाषा का प्रयोग न करें