आपने कभी न कभी पोस्ट ऑफिस जाकर कहीं न कहीं डाक तो भेजी ही होगी और आपको डाक भेजने के लिए छ: अंकों के डाक पिन की आवश्यता पडी होगी उस छ: अंकों के पिन के बिना कोई डाक नहीं जा सकती है लेकिन ऐसा क्याेें होता है उस डाक पिन में कि उसके बिना कोई डाक नहीं जा सकती तो आइये जानते हैं
पिन कोड यानि पोस्टल इन्डेक्स नम्बर जिसकी शुरूआत भारत में 15 अगस्त 1972 को हुई थी डाक पिन डाक विभाग द्वारा जारी किया गया छ: अंको का एक कोड होता है इस कोड में पहला अंक उस क्षेत्र का होता है दूसरा अंक उपक्षेत्र का तीसरा अंक जिले का और अंतिम तीन अंक वितरण डाकघर के होते हैं
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