जानें नारायण दत्त तिवारी के बारे में - information about Narayan Dutt Tiwari - उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एन डी तिवारी (N. D. Tiwari) जी, जिनका 18 अकटूूूबर 2018 को दिल्ली के अस्पताल में निधन हो गया वे 93 वर्ष के थेे तो आइये जानते हैंं जानें नारायण दत्त तिवारी के बारे में - information about Narayan Dutt Tiwari
जानें नारायण दत्त तिवारी के बारे में - information about Narayan Dutt Tiwari
- नारायण दत्त तिवारी का जन्म 18 अक्टूबर 1925 नैनीताल जिले के बलूती गांव में हुआ था
- इनके पिता का नाम पूर्णानंद तिवारी वन विभाग में अधिकारी के तौर पर थे
- इनके पिता नौकरी तक छोड़ कर गाँधी के साथ असहयोग आन्दोलन में शामिल हो गये थे
- तिवारी जी की शिक्षा हल्द्वानी, नैनीताल और बरेली में हुई. बाद में अपनी पढाई पूरी करने के बाद वे पिता पूर्णानंद की तरह आजादी के आन्दोलन शामिल हो गये थे
- आन्दोलन में भाग लेने के कारण 1942 में इन्हें नैनीताल जेल में डाल दिया गया था
- लगभग 15 महीने की सजा के बाद तिवारी जी सन 1944 को जेल से बाहर आये थे
- इसके बाद तिवारी जी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से राजनीतिशास्त्र में एमए किया
- इन्होंने बाद में इसी विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री भी हासिल की
- तिवारी जी 1947 में वे इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र यूनियन के अध्यक्ष चुने गये
- सन 1952 में तिवारी जी सोशलिस्ट पार्टी से नैनीताल सीट से चुनाव लड़े और जीत गए तथा उत्तर प्रदेश के पहली विधानसभा के सदस्य के रूप में विधानसभा पहुचें
- 1954 में इनका विवाह सुशीला सांवाल से हुआ जो की एक डॉक्टर थीं जिनका निधन वर्ष 1993 में हो गया था
- तिवारी जी ने सन 1965 में कांग्रेस के टिकट पर काशीपुर विधानसभा से चुनाव लडा और जीत गए और उन्हें पहली बार उत्तर प्रदेश के मंत्रीमंडल में जगह मिली
- इसके बाद 1969 से 1971 तक वे कांग्रेस की युवा संगठन के अध्यक्ष रहे
- तिवारी जी 1976 को पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने
- तिवारी तीन बार उत्तर प्रदेश के और एक बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे थे
- 1980 में तिवारी जी पहली बार लोकसभा पहुंचे और इंदिरा गांधी ने उन्हें योजना मंत्री बनाया बाद में एनडी तिवारी ने वित्त, विदेश जैसे कई बड़े मंत्रालय संभाले थे
- वे अकेले राजनेता थे जो दो राज्यों के मुख्यमंत्री रह चुके थे
- साथ ही वे 22 अगस्त 2007 से 26 दिसंबर 2009 तक आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके थे
- तिवारी जी वर्ष 2014 में 89 वर्ष की आयु में उज्ज्वला तिवारी जी से दूसरा विवाह कर लिया था
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